यह गाँव हिसार जिला के अन्तर्गत नारनौंद से 4 कि0मी0 की दूरी पर उत्तर - पश्चिम दिशा में अवस्थित है। यह हड़प्पाकालीन विश्व प्रसिद्ध गांव राखी गढ़ी तथा नारनौंद के मध्य बसा हुआ है। सामाजिक संरचना के हिसाब से यह राखी बाहरा का महत्त्वपूर्ण गाँव है । इस गाँव को बसाने वाले वीर योद्धा ईश्वर विश्वासी दादा लखिया राम ढ़ाण्डा थे । जिसने बहि भाटों के वृत्त अनुसार विक्रमी सम्वत् 1804 सन् 1747 में इसे मिर्चपुर से आकर आबाद किया था । दादा लखिया की वंश परम्परा में आलम, महिपत, सुखमल, भूरा बासिया नामित चार ठोलों में 450 परिवार इस गाँव की शोभा बढ़ा रहे हैं। पून की हाट के नाम से एक मन्दिर, पुराना कुआं व माण्डल तालाब इस गाँव की विशिष्टता के द्योतक हैं।
13000 बीघे भूमि पर आवासित यह गाँव क्रीड़ा के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा चुका है । गाँव की बेटी कुमारी पूजा ढ़ाण्डा सुपुत्री श्री अजमेर ने कुश्ती में एक दर्जन से भी अधिक अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार (स्वर्ण पदक) जीत कर समस्त विश्व में परचम फहराते हुए ढ़ाण्डा गोत्र व राष्ट्र का नाम रोशन किया है। पूर्व में हिन्दी आन्दोलन में अपनी विशिष्ट भूमिका निभाने वाला यह गांव राजनैतिक रूतबा भी रखता है। पंचायती परम्परा में भी इसका नाम अग्रणी रहा है। जिसमें स्व0 मास्टर श्री राजबीर ढ़ाण्डा द्वारा निभाई गई राखी बाहरा प्रधानाध्यक्ष की भूमिका प्रशसनीय रही है।
गाँव की भौगोलिक स्थिति
गाँव बुडाना जिला हिसार में हिसार से जीन्द सड़क मार्ग पर गाँव नारनौंद से 4 किलोमीटर उत्तर में पहला गाँव है । यह गाँव हड़प्पाकालीन विश्व प्रसिद्ध गाँव राखी गढ़ी तथा नारनौंद के मध्य है ।
भयंकर अकाल के समय में गाँव पून की हाट के नाम से मन्दिर में गाँव से अनाज एकत्रित करके रखा जाता था तथा बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को तीन दिन तक आधा शेर अनाज प्रतिदिन के हिसाब से मुफ्त दिया जाता था ताकि गाँव में आने वाला कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे। यह मानवता का उदाहरण हैं । गाँव बुडाना का हिन्दी आन्दोलन में योगदान
1. चौ0 धर्म सिहं ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० छाजू राम
2. चौ0 धूप सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० दिवान सिंह
3. चौ0 भरत सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० मुन्शी राम
4. चौ0 रामस्वरूप ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० जयलाल
5. चौ0 रामचन्द्र सुपुत्र चौ० बारू राम ठोलेदार
6. चौ0 सुन्दर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० शेर सिंह
7. चौ0 ज्ञानी राम ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० रणमल
8. चौ0 ओम प्रकाश ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० फूल सिंह
9. चौ० छबील सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० अमर सिंह ढ़ाण्डा
10. चौ0 सूबे सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० फते सिंह
उपरोक्त सभी लम्बे समय जेल में रहे तथा वर्तमान में सरकार से पैंशन प्राप्त कर रहे है ।
चौ० बलबीर सिंह ढ़ाण्डा एडवोकेट ने नारनौंद विधानसभा क्षेत्र से 1967 में चुनाव लड़ा तथा चौ० छाजू राम शिक्षण संस्थान हिसार के प्रधान रहे । चौ० अजमेर सिंह ढ़ाण्डा तथा श्री विनोद ढ़ाण्डा भी कई बार जाट शिक्षण संस्थान हिसार के उप-प्रधान रहे तथा दोनों दो - 2 बार हिसार नगर परिषद् के सदस्य रहे हैं। वर्तमान में भी श्री विनोद ढ़ाण्डा की माता जी श्रीमती चन्द्रपति ढ़ाण्डा पार्षद है। गाँव बुडाना के हिसार में स्थापित श्री प्रवीण ढ़ाण्डा हल्का नलवा के इंडियन नैशनल लोकदल के हल्का प्रभारी हैं। तथा श्री महावीर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री बलदेव सिंह ढ़ाण्डा इंडियन नैशनल लोकदल के किसान शाखा के प्रधान हैं। चौ० राम अवतार सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री धर्म सिंह ढ़ाण्डा दो बार मार्केट कमेटी नारनौंद के प्रधान रहे हैं। और आज जाट शिक्षण संस्थान हिसार कार्यकारिणी के सदस्य हैं। श्री राजबीर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री नंदाराम ढ़ाण्डा पांच वर्ष तक बारह खाप के प्रधान रहे हैं ।
1. गाँव बुडाना की बेटी कुमारी पूजा ढ़ाण्डा सुपुत्री श्री अजमेर ढ़ाण्डा ने कुश्ती में एक दर्जन से अधिक अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए हैं तथा समस्त विश्व में भारत तथा ढ़ाण्डा गोत्र का नाम रोशन किया है ।
2. राकेश ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री राम कुमार 5000, 10,000 मीटर के राष्ट्रीय स्तर के धावक हैं तथा खेल कोटे से रेलवे में सेवारत हैं ।
3. कैप्टन मोहित ढाण्डा सुपुत्र श्री जयवीर सिंह ढ़ाण्डा संयुक्त निदेशक शिक्षा विभाग हरियाणा बैडमिंटन के ख्याति प्राप्त खिलाड़ी हैं ।
4. सहायक खेल अधिकारी चौ० बलजीत सिंह ढाण्डा व श्री टेकराम ढ़ाण्डा वॉलीवाल के राष्ट्रीय खिलाडी रहे हैं । श्री बलजीत सिंह ढ़ाण्डा ने महावीर स्टेडियम हिसार में बहुत लम्बे समय तक वॉलीवाल कोच के रूप में सेवाएं दी हैं ।
5. पुराने समय में पूर्व सैनिक व अध्यापक श्री छाजूराम ढ़ाण्डा जी के स्टार खिलाडी रहे हैं ।
6. डॉ० औम प्रकाश सुपुत्र श्री जय सिंह ढ़ाण्डा विभाग अध्यक्ष 'फुटबाल एवं अन्तर्राष्ट्रीय चौ० चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय, हिसार
7.कर्नल महेन्द्र सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० फतेसिंह ढ़ाण्डा, कर्नल भारतीय सेना आर्मड कोर ।
8. मेजर सत्यदीप ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री रमेश ढ़ाण्डा, मेजर इन्जीनियर कोर भारतीय सेना
9. कैप्टन प्रदीप ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री रमेश ढ़ाण्डा, कैप्टन इ. एम. ई
10. कमांडर राहुल ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री ईश्वर सिंह इ. टी. ओ. कमांडर भारतीय नौ सेना
11. विंग कमाण्डर वरूण ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री ईश्वर सिंह ईएफओ विंग कमाण्डर, भारतीय वायु सेना
12. कैप्टन मोहित ढाण्डा सुपुत्र श्री जयवीर सिंह ढ़ाण्डा संयुक्त कैप्टन भारतीय सेना तोपखाना निदेशक व शिक्षा विभाग हरियाणा ।
13. कैप्टन विशाल ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री दलजीत सिंह ढ़ाण्डा, कैप्टन भारतीय सेना में इ. एम. इ ।
14. कैप्टन सुमित ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री राजपाल ढ़ाण्डा, कैप्टन भारतीय सैना इ. एम. इ ।
15. कैप्टन जोगिन्द्र ढाण्डा सुपुत्र श्री सुनहरा सिंह ढाण्डा, कैप्टन मचैन्ट नैवी ।
16. चौ0 दिलबाग सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री प्रभ राम ढ़ाण्डा, चीफ इन्जीनियर एम. सी. डी. दिल्ली ।
17. चौ0 दलबीर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० किशन लाल, एक्शन बिजली विभाग, हरियाणा ।
18. चौ0 ईश्वर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० किशन लाल ई. टी ओ . एक्साईज विभाग, हरियाणा ।
19. चौ0 बलवान सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री छबील सिंह, एक्शन लोक निर्माण विभाग ।
20. चौ0 जयवीर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री मान सिंह ढ़ाण्डा सहायक निदेशक, विद्यालय शिक्षा ।
21. श्री नरेन्द्र सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र डॉ० उमेद सिह ढ़ाण्डा, एच. सी. एस. ई. टी. ओ. ।
22. श्री भूपेन्द्र सिहं ढ़ाण्डा सुपुत्र डॉ० उमेद सिंह ढ़ाण्डा, वन क्षेत्र अधिकारी, वन विभाग, हरियाणा ।
23. श्री शमशेर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र रामेश्वर, एस. डी. ओ. ।
24. श्री वजीर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० दले सिंह, एस. डी. ओ., नहर विभाग, हरियाणा |
25. श्री रणवीर सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० छाजू राम ढ़ाण्डा, एस. डी. ओ., लोक निर्माण विभाग, हरियाणा ।
26. श्री धर्मवीर ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० छाजूराम ढ़ाण्डा, सहायक निदेशक विद्यालय शिक्षा हरियाणा ।
27. चौ0 जिले सिहं ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ0 फते सिंह, डी. एम. ई. ओ ।
28. श्री राजेन्द्र सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री राममूर्ति, सहायक रजिस्ट्रार ।
बुडाना से ढ़ाण्डा गोत्र के विदेशों में सेवारत होनहार ।
1 चौ0 बलवन्त सिंह ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री नन्द सिंह ढ़ाण्डा, आस्ट्रेलिया ।
2 डॉ0 मनदीप ढ़ाण्डा पुत्र श्री सतवीर सिंह ढ़ाण्डा, अमेरिका ।
3. डा० मोहित ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री महावीर ढ़ाण्डा प्राचार्य, अमेरिका ।
4. विजय दीप ढाण्डा सुपुत्र श्री जगजीत सिंह ढाण्डा,इन्जीनियर, अमेरिका ।
5 डा0 देवेन्द्र ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री जगजीत सिंह ढ़ाण्डा, डाक्टर अमेरिका ।
6. श्री जोनी ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री विजेन्द्र ढ़ाण्डा इन्जीनियर अमेरिका ।
7. रोहित ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री बलवान ढ़ाण्डा, एक्शन इन्जीनियर अमेरिका ।
8. मोनिका ढ़ाण्डा व शिल्पा ढ़ाण्डा सुपुत्री श्री दलबीर सिंह ढ़ाण्डा, एक्शन सी. ए. अमेरिका ।
9 श्री अमित ढ़ाण्डा सुपुत्र चौ० ओम प्रकाश ढ़ाण्डा, होटल मैनेजर दक्षिणी अफ्रिका एवं किनिया ।
10 विकास ढ़ाण्डा सुपुत्र श्री रणबीर सिंह ढ़ाण्डा, भवन निर्माण आस्ट्रेलिया ।
गाँव में ढ़ाण्डा गौत्र के 200 के आस-पास सैनिक व पूर्व सैनिक हैं । सूबेदार मेजर प्रेम सिंह ढ़ाण्डा पुत्र श्री सज्जन सिंह, सूबेदार मेजर शमशेर सिंह ढ़ाण्डा पुत्र श्री बलबीर सिंह ढ़ाण्डा दोनों ही सम्मानित कैप्टन हैं । सूबेदार भेपाल सिंह ढ़ाण्डा (ग्रेनेडियर ) ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में मात्र एक स्टेनगन से पाकिस्तान के टैंक में बैठे एक कर्नल को जिसने च्रका क्षेत्र में हमला किया था को मौत के घाट उतार कर हमला नाकाम कर दिया था उनकी रेजीमैंट आज भी च्रका दिवस मनाती है तथा सूबेदार भोपाल सिंह ढ़ाण्डा की वीरता को सम्मान से याद करती है। सेना शिक्षा कौर में सेवा देने वाले श्री जगवीर सिंह ढ़ाण्डा श्री मान सिंह ढ़ाण्डा गांव बुडाना से एक मात्र पूर्व सैनिक हैं।
चौ0 पंजाब सिंह ढ़ाण्डा 1970 के दशक में पुलिस अधिकारी बनने वाले गाँव के पहले व्यक्ति रहे हैं। इनके सुपुत्र कैप्टन टीकाराम ढ़ाण्डा हिसार में आज जाने-माने समाज सेवी तथा उद्यमी हैं। पुलिस विभाग में गाँव बुडाना से ढ़ाण्डा गोत्र के लगभग 20 अधिकारी हैं।
चौ0 जगबीर सिंह ढ़ाण्डा पुत्र श्री किशन लाल ढ़ाण्डा गाँव में ढ़ाण्डा गोत्र से मुख्याध्यापक बनने वाले पहले व्यक्ति हैं श्री करतार सिंह ढ़ाण्डा व महावीर सिंह ढ़ाण्डा सबसे पहले प्राचार्य बनने वालों की सूचि में आते हैं गाँव में 200 से अधिक सेवारत या सेवानिवृत्त अध्यापक हैं ।